TOXIC LYRICS – BADSHAH x PAYAL DEV

The song Toxic Lyrics by Badshah and Payal Dev is Punjabi latest song. The music of this song is given by Aditya Dev. Toxic song lyrics are written by Badshah. and the video is directed by Ravi Dubey. The toxic lyrics badshah song starring Sargun Mehta, Ravi Dubey, Badshah & Payal Dev. Read the lyrics of this song lyrics in hindi below down
Toxic Lyrics Badshah
जब तू नहीं था यहाँ तो गम नहीं था
आदत तेरी लगने तक सब कुछ सही था
आया तू ज़िन्दगी में बनके सितम सा
हाँ इक सितम सा
इक तेरे प्यार ने ऐसे दिए ज़ख्म
ना ही तो जी सके ना ही मरे है हम
इक तेरे प्यार ने ऐसे दिए ज़ख्म
ना ही तो जी सके ना ही मरे है हम
इक तेरे प्यार ने
जिस दिन पहली बार देखा तुझको
कोसू उस दिन को मैं
क्यों लड़ते हो इसका जवाब दूँ
किन किन को मैं
आँखें चेहरे में धस गयी हैं
कोई रौनक नैइ लगता हूँ साइको
मिलता हूँ जिन जिनको मैं
छोटी छोटी बात पे लड़ने का मन करे
जिससे भी मिलूँ मैं झगड़ने का मन करे
रहती एक Anxiety सी चौबीस घंटे
मरने का मन करे
क्यों है इतनी गन्दगी
ना तुझको पता ना मुझको पता
कुछ तो बचा है क्या तेरे मेरे बीच में
तू ये मुझको बता
मैं तुझसे प्यार करना चाहता हूँ
पर और नहीं हो पा रहा
आँखें सूख गयी हैं मेरी
और नहीं रो पा रहा
चाहता हूँ के आंसू आएं
आने बंद हो गए हैं
तुझको जाते थे जो रस्ते
सारे बंद हो गए हैं
लड़ना भी मैं चाहता हूँ
खा के कहता हूँ कसम
इस बहाने अपने में कुछ
तो रहेगा कम से कम
तू भी मुझको गाली दे
मुझपे चिल्लाये मुझपे चीखे तू
लड़के घर से बाहर जाए
मैं आऊं तेरे पीछे
व्हाट्सप्प पे मुझको और मेरी
फॅमिली को ब्लॉक कर
मुझे गन्दी गन्दी बातें बोल
खुद को रूम में लॉक कर
मैं खड़खटा रहूं दरवाज़ा
और तू खोले ना
मैं खोलने को बोलता रहूं
और तू कुछ बोले ना
तूने ये किया तो मैं ये कर लूँगा
हम चिल्लाएं
दोनों को इक दूजे की फिर गलतियां हम गिनवाएं
थक कर फिर रोते रोते रोते दोनों सो जाएं
क्यों ना हम इक दूजे से फिर अनजाने हो जाएं
छोटी छोटी बातें अब अंदर से खाने लगी हैं
जान मेरी अब मेरे अंदर से जाने लगी है
दोनों में नेगेटिविटी हर दिन आने लगी है
पहले प्यार आया करता था
अब घिन आने लगी है
पहले प्यार आया करता था
अब घिन आने लगी है
पहले प्यार आया करता था
अब घिन आने लगी है
इक तेरे प्यार ने ऐसे दिए ज़ख्म
ना ही तो जी सके ना ही मरे है हम
इक तेरे प्यार ने ऐसे दिए ज़ख्म
ना ही तो जी सके ना ही मरे है हम
इक तेरे प्यार ने
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